जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के अभिकर्ताओं की उपेक्षा को लेकर एस.एल. ठाकुर ने कड़ा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि एलआईसी के अभिकर्ता संस्था की रीढ़ की हड्डी हैं, जो दिन-रात मेहनत कर ग्राहकों तक योजनाएं पहुंचाते हैं और कंपनी के व्यवसाय को बढ़ावा देते हैं। इसके बावजूद अभिकर्ताओं को न तो पर्याप्त सुविधा दी जा रही है और न ही उनके भविष्य की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम उठाया जा रहा है।
एस.एल. ठाकुर ने आरोप लगाया कि अभिकर्ताओं को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि, पेंशन सुविधा, और अन्य लाभों में लगातार कटौती की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एलआईसी प्रबंधन को चाहिए कि वह अभिकर्ताओं की स्थिति को समझे और उनके लिए सम्मानजनक और सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करे।
ठाकुर ने सरकार और एलआईसी प्रशासन से यह मांग की कि वे जल्द से जल्द अभिकर्ताओं की मांगों पर विचार करें और उनके हितों की रक्षा के लिए नीतिगत बदलाव करें, ताकि यह वर्ग आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बन सके।