वाराणसी में LIC एजेंटों द्वारा चलाया जा रहा असहयोग आंदोलन आज बीमा क्षेत्र में व्याप्त उन गहरी चुनौतियों को उजागर कर रहा है, जो वर्षों से नजरअंदाज की जाती रही हैं। यह आंदोलन न केवल एजेंटों की नाराज़गी को दर्शाता है, बल्कि उनके सामाजिक और आर्थिक अधिकारों की मांग को लेकर एक संगठित प्रयास भी है।
एजेंटों का कहना है कि वे देशभर में करोड़ों लोगों को जीवन बीमा जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करते हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें न तो सामाजिक सुरक्षा मिलती है और न ही पेंशन, चिकित्सा सुविधा या अन्य आवश्यक लाभ।
LIC एजेंटों की प्रमुख शिकायत यह है कि बीमा कंपनियां उन्हें केवल बिक्री का माध्यम समझती हैं, जबकि वे जमीनी स्तर पर कंपनी की रीढ़ की हड्डी हैं। लंबे समय तक सेवा देने के बावजूद, एजेंटों को उनके योगदान के अनुरूप सम्मान या सुविधा नहीं मिल रही। इससे एजेंटों में असंतोष बढ़ता जा रहा है।